अयि गिरि नन्दिनि | Aigiri nandini lyrics in Marathi – Rajalakshmee Sanjay Lyrics
Singer | Rajalakshmee Sanjay |
Singer | Sanksrit song lyrics |
Music | Traditional |
Song Writer | Shree Adishankaracharya |
Aigiri nandini Lyrics Marathi | Mahishasura Mardini lyrics in Marathi
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जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१॥
सुरवर वर्षिणि दुर्धर धर्षिणि दुर्मुख मर्षिणि हर्षरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥२॥
अयि जगदम्ब मदम्ब कदम्ब वनप्रिय वासिनि हासरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥३॥
अयि शतखण्ड विखण्डित रुण्ड वितुण्डित शुंड गजाधिपते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥४॥
अयि रणदुर्मद शत्रुवधोदित दुर्धरनिर्जर शक्तिभृते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥५॥
अयि शरणागत वैरिवधुवर वीरवराभय दायकरे
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥६॥
अयि निजहुङ्कृति मात्रनिराकृत धूम्रविलोचन धूम्रशते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥७॥
धनुरनुषङ्ग रणक्षणसङ्ग परिस्फुरदङ्ग नटत्कटके
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥८॥
सुरललना ततथेयि तथेयि कृताभिनयोदर नृत्यरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥९॥
जय जय जप्य जयेजयशब्द परस्तुति तत्परविश्वनुते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१०॥
अयि सुमनःसुमनःसुमनः सुमनःसुमनोहरकान्तियुते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥११॥
सहितमहाहव मल्लमतल्लिक मल्लितरल्लक मल्लरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१२॥
अविरलगण्ड गलन्मदमेदुर मत्तमतङ्ग जराजपते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१३॥
कमलदलामल कोमलकान्ति कलाकलितामल भाललते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१४॥
करमुरलीरव वीजितकूजित लज्जितकोकिल मञ्जुमते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१५॥
कटितटपीत दुकूलविचित्र मयुखतिरस्कृत चन्द्ररुचे
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१६॥
विजितसहस्रकरैक सहस्रकरैक सहस्रकरैकनुते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१७॥
पदकमलं करुणानिलये वरिवस्यति योऽनुदिनं सुशिवे
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१८॥
कनकलसत्कल सिन्धुजलैरनु षिञ्चतितेगुण रङ्गभुवम्
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१९॥
तव विमलेन्दुकुलं वदनेन्दुमलं सकलं ननु कूलयते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥२०॥
अयि मयि दीन दयालुतया कृपयैव त्वया भवितव्यमुमे
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥ २१॥
श्री श्री आदिशंकराचार्यविरचितम् महिषासुरमर्दिनिस्तोत्रम्
Aigiri nandini Lyrics English | Mahishasura Mardini lyrics in English